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२ कुरिन्थि
परमेश्वर उन धन्यवाद माळोद
पौलुस उन यात्रा-योजना दा परिवर्तन
गलती माळावाळेर इक माफ
त्रोआस दा पौलुस उन व्याकुलता
मसीह दा विजय-हाब्ब
व्हाशोद वाचा अन्द सेवक
मुण्ण इन गळग्यागोळ दा धन
विश्वास देल जिन्दगी माळोद
परमेश्वर से मेल-मिलाप
देवभक्ति ईला ईटावाळेर से सावधान
पौलुस उन खुशी
उदारता पुर्वक दान कोळोद
तीतुस अदिक आऊन सहकर्मी
संगी-मसीहगोळ्द साटी सहायता
पौलुस उन अधिकार
पौलुस अदिक ख्वाटा प्रेरित
प्रेरित उन रूप दा पौलुस उन दुख भोगसोद
पौलुस उन दिव्य दर्शन
कुरिन्थिगोळ्द साटी पौलुस उन चिन्ता
आखरी चेतावनी
आखरी अभिवादन