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येढ्ढ पशु
1 ✡ १३:१ प्रकाशितवाक्य १७:३,७-१२आग ना ऊंद पशु उक समुद्र दा टु होळ्त नोळदीन, यदुर्द हत्त गॉट्टा अदिक येळ ताल्ला ईरव. अदुर गॉट्टागोळ मा हत्त राजमुकुट अदिक अदुर ताल्लागोळ मा परमेश्वर उन निन्दा नव हेसुर लिख्सकु ईरव. 2 जो पशु ना नोळदीन अद चिता अन्द घाई ईरोद; अदिक अदुर कालगोळ भालू घाई, अदिक बाय हुल्ली इन घाई ईरोद. अद अजगर तान सामर्थ्य अदिक तान सिंहासन अदिक धोळ्द अधिकार अदरी कोट बुळ्त. 3 ना अऊर्द ताल्लागोळ दा टु ऊंद मा हिंग भयंकर घाव हतकु नोळदीन कि हिंग हतुल कि अद सायदुर मा आद, बाक अदुर्द प्राणघातक घाव वळ्लीद आगेत, अदिक सप्पा धरती इन लॉकुर आ पशु उन हिंद-हिंद अचम्भा माळतेला नळदुर. 4 लॉकुर अजगर इन पुजा माळदुर, यतिकी अद पशु उक तान अधिकार कोट बुटीत, अदिक ईद अनकु पशु उन पुजा माळदुर, “ई पशु उन घाई याव आन? याव ईदुर से लळाई माळ सकतान?”
5 बळा बोल माताळली अदिक अपमान माळोर साटी अदरी ऊंद बाय कोटकु आग्याद, अदिक अदरी ब्यालीस तिंगुळ ताका क्याल्सा माळोद अधिकार कोटकु आग्याद. 6 आव परमेश्वर उन अपमान माळोर साटी बाय तेरदुन कि आऊन हेसुर अदिक आऊन तम्बू मतलब स्वर्ग इन ईरावाळेर इन अपमान माळुल. 7 आऊक ईद भी अधिकार कोटकु आग्याद कि पवित्र लॉकुर सांगुळ लळाई माळुल अदिक आंदुर मा जय सिकुल, अदिक आऊक हर ऊंद कुल अदिक लॉकुर अदिक भाषा अदिक जाती मा अधिकार कोटकु आग्याद. 8 धरती मा ईरावाळेर आंदुर सप्पा, यार हेसुर आ म्यांडा अन्द पाड्डा अन्द जीवन इन किताब दा लिख्सकु आगीदील जो दुनिया अन उत्पत्ति इन समय टु घात आग्याद, आ पशु उन पुजा माळ्यार.
9 यार किव आव आव केळुल. 10 यारी कैद दा बिळोद आद, आव कैद दा बिद्दान; जो तलवार देल कोंदान, जरूरी आद कि आव तलवार देल कोंदकु आदान. पवित्र लॉकुर्द धीरज अदिक विश्वास ईदुर दा आद.
11 बाक ना ऊंद अदिक पशु उक पृथ्वी दा टु होळतेला नोळदिन, अदुर्द म्यांडा अन्द पाड्डा अन्द घाई येढ्ढ गॉट्टा ईरव, अदिक अद अजगर इन घाई माताळोद. 12 अद आ पयला पशु उन पुरा अधिकार अदुर मुंद क्याल्सा दा तरोद; अदिक पृथ्वी अदिक अदुर्द ईरावाळेर देल आ पयला पशु उन, यदुर्द जीव घातक घाव वळ्लीद आगेगीत, पुजा माळसुसोद. 13 अद धोळ-धोळ चिन्ह तोर्सोन, ईल ताका कि मंळसागोळ्द मुंद स्वर्ग टु पृथ्वी मा बेक्की बरसुस बुळोन. 14 आ चिन्हगोळ्द कारण, यारी आ पशु उन मुंद तोरसोद अधिकार अदरी कोटकु आगीत, अद पृथ्वी इन ईरावाळेर इक भरमुसोद अदिक पृथ्वी इन ईरावाळेर देल अनोद कि या पशु उक तलवार हतीत अद जित्ता आग्याद, अदुर्द मूर्ति माळी. 15 अदरी आ पशु उन मूर्ति दा जीव हाक्कोद अधिकार कोटकु आग्याद कि पशु उन मूर्ति माताळली हतुल, अदिक यास लॉकुर आ पशु उन मूर्ति इन पुजा माळतीदील, आंदरी कोन्सुस बुळुल. 16 आव स्यांळ्द-धोळ, धनी-कंगाल, स्वतंत्र-दास सप्पा मुंदुर ऊम्मा कय दी या आंदुर मस्तक मा ऊंद ऊंद छाप माळ बुट्टुन, 17 कि अदरी बिटकु याऊन मा छाप मतलब आ पशु उन हेसुर या अदुर हेसुर इन अंक ईरूल, दुसरा यावारा लेन-देन माळ ईला सकुल.
18 ग्यान ईदुर दा आद: यारी बुद्धी आद आव ई पशु उन अंक जोळ्स कोमुल, यतिकी अद मंळसा अन्द अंक हुन, अदिक अदुर अंक आर सौ छैसठ आद.