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मूसा की फ़ुतूहात का ख़ुलासा
दर्जे-ज़ैल दरियाए-यरदन के मशरिक़ में उन बादशाहों की फ़हरिस्त है जिन्हें इसराईलियों ने शिकस्त दी थी और जिनके इलाक़े पर उन्होंने क़ब्ज़ा किया था। यह इलाक़ा जुनूब में वादीए-अरनोन से लेकर शिमाल में हरमून पहाड़ तक था, और उसमें वादीए-यरदन का पूरा मशरिक़ी हिस्सा शामिल था।
पहले का नाम सीहोन था। वह अमोरियों का बादशाह था और उसका दारुल-हुकूमत हसबोन था। अरोईर शहर यानी वादीए-अरनोन के दरमियान से लेकर अम्मोनियों की सरहद दरियाए-यब्बोक़ तक सारा इलाक़ा उस की गिरिफ़्त में था। इसमें जिलियाद का आधा हिस्सा भी शामिल था। इसके अलावा सीहोन का क़ब्ज़ा दरियाए-यरदन के पूरे मशरिक़ी किनारे पर किन्नरत यानी गलील की झील से लेकर बहीराए-मुरदार के पास शहर बैत-यसीमोत तक बल्कि उसके जुनूब में पहाड़ी सिलसिले पिसगा के दामन तक था।
दूसरा बादशाह जिसने शिकस्त खाई थी बसन का बादशाह ओज था। वह रफ़ाइयों के देवक़ामत क़बीले में से बाक़ी रह गया था, और उस की हुकूमत के मरकज़ अस्तारात और इदरई थे। शिमाल में उस की सलतनत की सरहद हरमून पहाड़ थी और मशरिक़ में सलका शहर। बसन का तमाम इलाक़ा जसूरियों और माकातियों की सरहद तक उसके हाथ में था और इसी तरह जिलियाद का शिमाली हिस्सा बादशाह सीहोन की सरहद तक।
इसराईल ने रब के ख़ादिम मूसा की राहनुमाई में इन दो बादशाहों पर फ़तह पाई थी, और मूसा ने यह इलाक़ा रूबिन, जद और मनस्सी के आधे क़बीले के सुपुर्द किया था।
यशुअ की फ़ुतूहात का ख़ुलासा
दर्जे-ज़ैल दरियाए-यरदन के मग़रिब के उन बादशाहों की फ़हरिस्त है जिन्हें इसराईलियों ने यशुअ की राहनुमाई में शिकस्त दी थी और जिनकी सलतनत वादीए-लुबनान के शहर बाल-जद से लेकर सईर की तरफ़ बढ़नेवाले पहाड़ ख़लक़ तक थी। बाद में यशुअ ने यह सारा मुल्क इसराईल के क़बीलों में तक़सीम करके उन्हें मीरास में दे दिया यानी पहाड़ी इलाक़ा, मग़रिब का नशेबी पहाड़ी इलाक़ा, यरदन की वादी, उसके मग़रिब में वाक़े पहाड़ी ढलानें, यहूदाह का रेगिस्तान और दश्ते-नजब। पहले यह सब कुछ हित्तियों, अमोरियों, कनानियों, फ़रिज़्ज़ियों, हिव्वियों और यबूसियों के हाथ में था। ज़ैल के हर शहर का अपना बादशाह था, और हर एक ने शिकस्त खाई : यरीहू, अई नज़्द बैतेल, 10 यरूशलम, हबरून, 11 यरमूत, लकीस, 12 इजलून, जज़र, 13 दबीर, जिदर, 14 हुरमा, अराद, 15 लिबना, अदुल्लाम, 16 मक़्क़ेदा, बैतेल, 17 तफ़्फ़ुअह, हिफ़र, 18 अफ़ीक़, लश्शरून, 19 मदून, हसूर, 20 सिमरोन-मरोन, अकशाफ़, 21 तानक, मजिद्दो, 22 क़ादिस, करमिल का युक़नियाम, 23 नाफ़त-दोर में वाक़े दोर, जिलजाल का गोयम 24 और तिरज़ा। बादशाहों की कुल तादाद 31 थी।