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शमादान पर चराग़
रब ने मूसा से कहा, “हारून को बताना, ‘तुझे सात चराग़ों को शमादान पर यों रखना है कि वह शमादान का सामनेवाला हिस्सा रौशन करें’।”
हारून ने ऐसा ही किया। जिस तरह रब ने मूसा को हुक्म दिया था उसी तरह उसने चराग़ों को रख दिया ताकि वह सामनेवाला हिस्सा रौशन करें। शमादान पाए से लेकर ऊपर की कलियों तक सोने के एक घड़े हुए टुकड़े का बना हुआ था। मूसा ने उसे उस नमूने के ऐन मुताबिक़ बनवाया जो रब ने उसे दिखाया था।
लावियों की मख़सूसियत
रब ने मूसा से कहा, “लावियों को दीगर इसराईलियों से अलग करके पाक-साफ़ करना। इसके लिए गुनाह से पाक करनेवाला पानी उन पर छिड़ककर उन्हें हुक्म देना कि अपने जिस्म के पूरे बाल मुँडवाओ और अपने कपड़े धोओ। यों वह पाक-साफ़ हो जाएंगे। फिर वह एक जवान बैल चुनें और साथ की ग़ल्ला की नज़र के लिए तेल के साथ मिलाया गया बेहतरीन मैदा लें। तू ख़ुद भी एक जवान बैल चुन। वह गुनाह की क़ुरबानी के लिए होगा।
इसके बाद लावियों को मुलाक़ात के ख़ैमे के सामने खड़ा करके इसराईल की पूरी जमात को वहाँ जमा करना। 10 जब लावी रब के सामने खड़े हों तो बाक़ी इसराईली उनके सरों पर अपने हाथ रखें। 11 फिर हारून लावियों को रब के सामने पेश करे। उन्हें इसराईलियों की तरफ़ से हिलाई हुई क़ुरबानी की हैसियत से पेश किया जाए ताकि वह रब की ख़िदमत कर सकें। 12 फिर लावी अपने हाथ दोनों बैलों के सरों पर रखें। एक बैल को गुनाह की क़ुरबानी के तौर पर और दूसरे को भस्म होनेवाली क़ुरबानी के तौर पर चढ़ाओ ताकि लावियों का कफ़्फ़ारा दिया जाए।
13 लावियों को इस तरीक़े से हारून और उसके बेटों के सामने खड़ा करके रब को हिलाई हुई क़ुरबानी के तौर पर पेश करना है। 14 उन्हें बाक़ी इसराईलियों से अलग करने से वह मेरा हिस्सा बनेंगे। 15 इसके बाद ही वह मुलाक़ात के ख़ैमे में आकर ख़िदमत करें, क्योंकि अब वह ख़िदमत करने के लायक़ हैं। उन्हें पाक-साफ़ करके हिलाई हुई क़ुरबानी के तौर पर पेश करने का सबब यह है 16 कि लावी इसराईलियों में से वह हैं जो मुझे पूरे तौर पर दिए गए हैं। मैंने उन्हें इसराईलियों के तमाम पहलौठों की जगह ले लिया है। 17 क्योंकि इसराईल में हर पहलौठा मेरा है, ख़ाह वह इनसान का हो या हैवान का। उस दिन जब मैंने मिसरियों के पहलौठों को मार दिया मैंने इसराईल के पहलौठों को अपने लिए मख़सूसो-मुक़द्दस किया। 18 इस सिलसिले में मैंने लावियों को इसराईलियों के तमाम पहलौठों की जगह लेकर 19 उन्हें हारून और उसके बेटों को दिया है। वह मुलाक़ात के ख़ैमे में इसराईलियों की ख़िदमत करें और उनके लिए कफ़्फ़ारा का इंतज़ाम क़ायम रखें ताकि जब इसराईली मक़दिस के क़रीब आएँ तो उनको वबा से मारा न जाए।”
20 मूसा, हारून और इसराईलियों की पूरी जमात ने एहतियात से रब की लावियों के बारे में हिदायात पर अमल किया। 21 लावियों ने अपने आपको गुनाहों से पाक-साफ़ करके अपने कपड़ों को धोया। फिर हारून ने उन्हें रब के सामने हिलाई हुई क़ुरबानी के तौर पर पेश किया और उनका कफ़्फ़ारा दिया ताकि वह पाक हो जाएँ। 22 इसके बाद लावी मुलाक़ात के ख़ैमे में आए ताकि हारून और उसके बेटों के तहत ख़िदमत करें। यों सब कुछ वैसा ही किया गया जैसा रब ने मूसा को हुक्म दिया था।
23 रब ने मूसा से यह भी कहा, 24 “लावी 25 साल की उम्र में मुलाक़ात के ख़ैमे में अपनी ख़िदमत शुरू करें 25 और 50 साल की उम्र में रिटायर हो जाएँ। 26 इसके बाद वह मुलाक़ात के ख़ैमे में अपने भाइयों की मदद कर सकते हैं, लेकिन ख़ुद ख़िदमत नहीं कर सकते। तुझे लावियों को इन हिदायात के मुताबिक़ उनकी अपनी अपनी ज़िम्मादारियाँ देनी हैं।”